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Hamirpur UP -: ‘‘वह धन्य देश की माटी है’’ जिसमें भामा सा लाल पला।
- SADDAM HUSEN Editor in Chief
- 28 Jun, 2025
‘‘वह धन्य देश की माटी है’’ जिसमें भामा सा लाल पला।
उस दानवीर की यश गाथा कोए मेट सका क्या काल भलाष्।
अपनी सम्पूर्ण संपत्ति दान कर मातृभूमि की रक्षा करने वाले महान दानवीर भामाशाह जी की जयंती पर उन्हें शत्.शत् नमन।
हमीरपुर, 28 जून 2025 (सू0वि0) महान दानवीर भामाशाह के जन्मदिवस दिनांक 28,06,2025 को जिलाधिकारी श्री घनश्याम मीना की अध्यक्षता में व्यापारी कल्याण दिवस के रूप में डॉ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम कलेक्ट्रेट सभागर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि मा0 सांसद राज्य सभा सदस्य श्री बाबूराम निषाद थे। एवं मा0 सांसद प्रतिनिधि अशोक तिवारी तथा जिला सहकारी बैंक के उपाध्यक्ष संतोष गुप्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम में दानवीर भामाशाह जी की जयंती के उपलक्ष्य में सर्वोच्च राजस्व कर देने वाले व्यापारियों को भामाशाह सम्मान एवं समाज में विशेष योगदान देने वाले व्यापारियों के सम्मान हेतु आयोजित कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने दानवीर भामाशाह के जीवन के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि दानवीर भामाशाह का जन्म राजस्थान के मेवाड राज्य में वर्तमान पाली जिले के सादड़ी गांव में 29 जून, 1547 को वैश्य कुल ओसवाल जैन परिवार में हुआ। इनके पित्ता भारमल की राणा सांगा ने रणथम्भौर के किले का किलेदार नियुक्त किया था। माता कर्पूर देवी ने बाल्यकाल से ही भामाशाह को त्याग, तपस्या व बलिदान के सांचे में बालकर राष्ट्रधर्म हेतु समर्पित कर दिया।
भामाशाह जी बेमिसाल दानवीर एवं त्यागी पुरुष थे। मुगल बादशाह अकबर से लोहा लेते हुए जब महाराणा प्रताप को अपनी मातृभूमि का त्याग करना पड़ा तो वह अपने परिवार सहित जंगलों में रहने लगे। महाराणा प्रताप जी को बस एक ही चिंता थी कि किस प्रकार फिर से सेना जुटाए, जिससे मेवाड़ की आकांताओं के चंगुल से मुक्त करा सकें। उस समय महाराणा प्रताप के सम्मुख सबसे बड़ी समस्या धन की थी। महाराणा प्रताप के कष्टों के बारे में जब भामाशाह को पता चला तो उनका दिल दहल उठा। उनके पास स्वयं का जो धन था,वह सब लेकर भामाशाह महाराणा प्रताप के सम्मुख उपस्थित हुए और नम्रता से कहा, मैंने यह सब धन देश से ही कमाया है। यदि ग्रह देश की रक्षा में लग जाए, तो यह मेरा और मेरे परिवार का अहोभाग्य होगा। मातृभूमि पराधीन हो जाएगी, मुगलों का शासन हो जाएगा तब यह घन किस काम आएगा। मेवाड स्वतंत्र रहेगा तो धम फिर कमा लूँगा। उनके पास स्वयं का धन और पुरखों की वसीयत थी। उन्होंने वे सब महाराणा प्रताप को अर्पित कर दिया। इतिहास में ऐसा उल्लेख है कि महाराणा प्रताप के लिए भामाशाह ने 25 लाख की नकदी तथा 20,000 अशर्फी दी। उनके व सामंतों के आग्रह पर महाराणा प्रताप ने मामाशाह के धन से नए उत्साह से पुनः सैन्य शक्ति संगठित कर मुगल शासकों को पराजित कर फिर से मेवाड़ का राज्य प्राप्त किया। 1597 में महाराणा प्रताप की संसारिक यात्रा पूर्ण होने के 3 वर्ष बाद कर्मवीर भामाशाह का 53 वर्ष की आयु में 16 जनवरी, 1800 को देवलोक गमन हुआ।वर्तमान समय में हम सभी दानवीर भामाशाह जी के त्याग एवं बलिदान तथा उनकी सोच को अपने जीवन में उतार कर राज्यध्देश के कल्याण के लिए अपने कमाये हुए धन के कुछ भाग को सामाजिक कल्याण के लिए एवं देश की उन्नति के लिए लगायें और अपने जीवन को सफल बनायें।
जनपद में वित्तीय वर्ष 2024.25 में सर्वाधिक करदाता सर्वश्री धनीराम रामचन्दर, हमीरपुर,जनपद में वित्तीय वर्ष 2024.25 में द्वितीय सर्वाधिक करदाता सर्वश्री अग्रवाल ट्रेक्टर एजेन्सी, राह,जनपद में वित्तीय वर्ष 2024.25 में तृतीय सर्वाधिक करदाता सर्वश्री दावा इण्टर प्राइजेज, राठ,जनपद में वित्तीय वर्ष 2024.25 में चतुर्थ सर्वाधिक करदाता सर्वश्री स्वास्तिक ट्रेडर्स हमीरपुर, जनपद में वित्तीय वर्ष 2024.25 में पंचम सर्वाधिक करदाता सर्वश्री रुद्राक्ष मोर्टर्स, सुमेरपुर को सम्मानित किया गया, तथा श्री राजेश कुमार ;सर्वश्री श्रीजी ट्रेण्ड्स, हमीरपुरद्ध, श्रीमती रेशमा सिंह ;सर्वश्री आदर्श सिंह परिहार ट्रेडर्स, हमीरपुरद्ध व्यापारी दुर्घटना बीमा के लाभार्थियों कों चेक वितरण किया गया।
जिलाधिकारी श्री घनश्याम मीना ने व्यापारियों को सम्बोधित करते हुए अधिक से अधिक जी0एस0टी0 के अर्न्गत रजिस्टेªशन कराने एवं चन्द्रावल नदी के पुर्नजीवित करने के पुण्यकार्य में सहयोग करने की अपील की। कार्यक्रम का संचालन जलीस खॉन द्वारा किया गया तथा संस्कृति विभाग द्वारा पंजीकृत लखनलाल संास्कृतिक दल मुस्करा श्री हरिशंकर आचार्य द्वारा लोक गायन का कार्यक्रम किया गया।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (नाममि गंगे) सुरेश कुमार,सहायक आयुक्त राज्यकर दीपक कुमार सिंह,सहायक आयुक्त राज्यकर प्रियदर्शी कटियार, सहायक आयुक्त राज्यकर अविनाश साहू एवं व्यापारियों गणमान्य नागरिकों सहित अन्य संबंधित उपस्थित रहे।
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